Expectations only!!

आसिफा मरी नहीं, शहीद हुई है
आसिफा
तुम मरी नहीं, शहीद हुई हो
निर्भया की तरह
हमें गर्व है तुमपर।
तुम्हारी ही वजह से
देश को नया हिन्दू एकता मंच मिला
या फिर यूँ कहो
कि तुम्हारी वजह से ही यह लॉन्च हो पाया।
एक मंदिर बेशक मर गया
पर हिन्दू मुस्लिम कुम्भकर्णी नींद से जाग गए
अब ये पहले जी भरकर कुम्भकर्णी भोग करेंगे
और फिर बेशक सो जाएंगे
तुम्हारी वजह से ही
देश के लोलुप समाचार पत्र और चैनल
नाम और दाम, दोनों कमाएंगे
कितने प्रवक्ता फिर अपनी किस्मत आजमा पाएंगे
तुम्हारी शहादत ने ही
विपक्ष को अवसर देकर
लोकतंत्र में फिर से नई जान फूँक दी है
तुम्हारी मौत से
मोमबत्ती उद्योग
फिर से जगमगा गया है
सड़कों पर मेला सा लग गया है।
कितने ही गरीब आज ज्यादा कमा पाएंगे।
वो शख्स वाकई दूरदर्शी था
जिसने बेटी बचाओ का नारा दिया था
हालांकि नारा अधूरा ही सुनाया गया था
पूरा कुछ इस तरह था:
बेटी बचाओ
रेप कराओ
और फिर चुपचाप
गुमनाम हो जाओ
वरना अपनी जान गँवाओ...
Comments
Post a Comment